गुना, मध्यप्रदेश। जिले के मृगवास में बालाजी की प्रतिमा पर गंदगी लगाने के आरोपी को पुलिस ने गुरुवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। वह स्मैक पीने का आदि है। घटना को लेकर शुरू से ही जो अंदाजा लगाया रहा था वह सही निकला। आरोपी हिंदू निकला, उसका नाम कैलाश शर्मा पिता मन्ना शर्मा है। वह मृगवास का ही रहने वाला है।
मृगवास के छतरी वाले बालाजी मंदिर से हर मंगलवार को बालाजी का झंडा निकलता है। यह छतरी वाले बालाजी मंदिर से शुरू होकर नगर के प्रमुख चौराहों से होते हुए यहीं पहुंचता है। इस मंगलवार को रात में करीब 7.30 बजे पुजारी यहां पर कीर्तन कर रहे थे, तो कुछ लोगों ने देखा कि बालाजी की आंखों पर कुछ लगा है। पास जाकर देखा तो मैला लगा था। परिसर में ही एक पॉलीथिन मिली। जिसमें मैला भरकर लाया गया था। पुलिस ने घटना की सूचना पर वहां पहुंचकर पट बंद कर मूर्ति को साफ करा दिया था।

इस घटना के बाद इलाके में रोष फैल गया था। जनता ने घटना स्थल पर पहुंचे तहसीलदार और अधिकारियों की गाड़ी का घेराव कर नारेबाजी की थी। हिंदू धर्मावलंबियों की ओर से घटना के विरोध में धरना, प्रदर्शन, बंद और रैली आयोजित की जाने लगीं थीं। हालांकि हिंदू संगठनों के साथ ही मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी प्रशासन से असली आरोपियों को पकड़ने की मांग की थी।
विरोध में कुंभराज और धरनावदा बंद था
मृगवास में लगातार मंदिरों पर कुछ न कुछ घटनाएं हो रहीं हैं। इस घटना के बाद लोगों और हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया था। आक्रोशित लोग सड़कों पर उतर आए। कस्बे के मुख्य चौराहे को जाम कर दिया गया। साथ ही कस्बे में एंट्री करने वाली सड़क को भी ठेला लगाकर आवागमन रोक दिया गया। पास में ही चल रहे रामलीला मंचन को भी अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया। बुधवार को मृगवास बंद के आह्वान के बाद विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। पूरा मृगवास घटना के विरोध में बंद रहा। गुरुवार को घटना के विरोध में कुंभराज और धरनावदा बंद था।


घटना वाले दिन ही चिन्हित हो गया था आरोपी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस घटना के तत्काल बाद से आरोपी का पता लगाने जुट गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि घटना के ठीक पहले आरोपी कैलाश शर्मा मंदिर के आस पास देखा गया था। मूर्ति पर मैला लगाने के बाद वह हाथ धोने के लिए एक चाय की दुकान पर पहुंचा था। आरोपी स्मैक का नशा करता है। संदेह होने पर पुलिस ने उसे पहले ही उठा लिया था। लेकिन विभिन्न संगठनों के दवाब और आरोपी के हिंदू धर्म की ब्राह्मण जाति का होने से इस मामले में पुलिस फूंक फूंक कर कदम रख रही थी।
पुलिस ने कुछ और संदेहियों को भी पूछताछ के लिए उठाया था। पुलिस ने हर एंगल से पड़ताल की तो आरोपी कैलाश द्वारा घटना को अंजाम दिया जाना पाया गया। इसके बाद गुरुवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी संजीव कुमार सिंहा ने बताया कि मामले के आरोपी को गिरफ्तार का लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
कलेक्टर एसपी ने स्थिति का जायजा लिया
कलेक्टर डॉ सतेंद्र सिंह और एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने मृगवास पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर पहुंचकर घटनास्थल देखा और जनता से जन सहयोग से मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आह्वान किया।
दंगा कराने की साजिश : लक्ष्मण सिंह
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी बुधवार को मृगवास पहुंचे थे। उन्होंने घटना का विरोध करते हुए कहा था कि इस तरह की यह तीसरी घटना है। लोग साम्प्रदायिक दंगा कराना चाहते हैं। मेरे पास इनके नाम भी हैं। हमने अपनी बात पुलिस के सामने रख दी है। अब आप लोग धरना कर समाप्त कर दीजिए। इस पर धरना दे रहे लोगों ने साफ मना कर दिया था।