गुना। सनातन धर्म के ध्वज वाहक, प्रख्यात कथावाचक श्री कोकिल जी महाराज का निधन हो गया। वृन्दावन स्थित अपने आश्रम में वह ब्रह्मलीन हुए हैं। कोकिल जी के अनुयायियों में यह खबर सुनकर शोक की लहर दौड़ गई। मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में उनके अनुयाई हैं। कोकिल जी ने अध्यात्म जगत की यात्रा गुना से प्रारंभ की। उनकी वाणी और कथा कहने की सरल और अद्भुत शैली के कारण लोग उनकी कथाओं में बड़ी संख्या में भाग लेते थे।
गुना में श्री हनुमान टेकरी मंदिर भवन को जब भव्य रूप देने का अभियान टेकरी ट्रस्ट ने छेड़ा तब कोकिल जी के मार्गदर्शन में ही विशाल कलश यात्रा और कथा का आयोजन हुआ था। उन्होंने हनुमान टेकरी के भव्य मंदिर निर्माण की दिशा में जो अलख जगाई उसी से प्रेरित होकर हजारों लोगों ने मंदिर निर्माण में सहयोग प्रारंभ किया था।